c++ Introduction in Hindi

📔 : C++ 🔗

C++ यह एक Intermediate language के रूप में जानी जाती है । C++ Bjarne stroustrup के द्वारा develop की गयी थी. क्योंकि यह High level and low level language की सुविधाओं का एक Combination है। C++ एक object oriented programming language है। यह 1979 में Bell Laboratories में Bjarne Stroustrup द्वारा C language में enhancement के रूप में शुरू किया गया था। इस language का original name C with Classes था, जिसे 1983 में C ++ में बदल दिया था ।

C++ को Standardization के लिए International Organization (ISO) के द्वारा Standardized किया गया है। C++ programming language को 1998 में Standardized किया गया था, और बाद में C ++ 03, C ++ 11 और C ++ 14 Standards द्वारा Revised किया गया था। C++ Programming Language ये OOP (Object-Oriented Programming) Language है, इससे पहले भी Simula ये भी OOP Language बनाई गयी थी।

C++ में OOPs concept के साथ कई features है -

  • Inheritance

  • Polymorphism

  • Abstraction

  • Encapsulation

What is OOPs

OOP, Object Oriented Programing का ही sort form है। PHP, Java, JavaScript और Python की तरह ही C++ भी OOP Concept को support करती है।

OOP (Object Oriented Programing) Classes और Objects पर based एक Programming Paradigm / Approach है। Simple भाषा में कहें तो OOP (Object Oriented Programing) Real World Entity/Object को Programming में represent करने का method / way है।

Need Of c++

  1. C ++ का उपयोग system software (जैसे windows, Linux, mobile OS) से Application Software (जैसे, Photoshop, coral-draw, Microsoft-office) बनाने में किया जाता है।

  2. C ++ language का उपयोग Gaming field में , animation, motion graphics, virtual reality device जैसे high usage वाले software develop करने में भी किया जाता है।

  3. C ++ का use low level पर में भी किया जाता है , जहाँ पर किसी hardware को controlled किया जाता है। जैसे कि Robotics, router, system driver, networking switch etc .

  4. Media player बनाने के साथ, C ++ का उपयोग media file को manage करने के लिए भी किया जाता है. इसके अलावा, C ++ का उपयोग Online streaming में किया जाता है। जैसे YouTube, internet radio, etc.

Advantages Of c++

  1. C++ Programming language मे portability का feature available है। जिसकी मदद से user same program को किसी भी operating system पर run करा सकते है।

  2. यह एक object oriented programming language है यह इसकी सबसे बड़ी features है। Object oriented programing language मे हमे classes, inheritance, and polymorphism जैसे features मिलते है।

  3. यह एक multi paradigm language है. Paradigm word का इस्तेमाल program की styling के लिए होता है।

  4. C++ Programming language मे memory management का feature भी available है।

Why should learn c++

ये दौर Technology का दौर है। और day by day technology का trend बढ़ता ही जा रहा है। हर काम अब online हो रहा है. सबको अपना काम technology के जरिये करवाना है , because technology अब हमारा हिस्सा हो चुकी है।

जब technology ने अपना expand इस कदर कर दिया है तो लाजमी है की programmer की demand भी increasing बढ़ रही है। चाहे Digital Gaming Industry हो या Online Mercantile हो, हर industries को programmers की जरूरत है। programming million dollar industry में तब्दील हो चुकी है। इसलिए C++ language जान ने वाले programmers की demand भी Market में बहुत है। और इसके salary package भी बेहद अच्छे होते है।

Some C++ based famous Projects

  • Adobe Photoshop & Illustrator

  • Spotify

  • YouTube

  • Amazon.com

  • Windows OS

  • Microsoft Office

  • MySQL

  • Mozilla Firefox

Hey ! I'm Rahul founder of learnhindituts.com. Working in IT industry more than 4.5 years. I love to talk about programming as well as writing technical tutorials and blogs that can help to others .... keep learning :)

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